UNSC(United Nation Security council) में अब हो सकते है बदलाव, कई देशों की मांग है कीं उनकी भी सदस्यता को मंजूरी दी जाए |
दरअसल, जब से यूक्रेन - रूस, गाजा पट्टी, इजराइल - हमास का युद्ध का आगाज हुआ है तब से UNSC पर कई सवाल उठ रहे हैं , जिसका जवाब UNSC के स्थाई सदस्य China, france, Russia federation, the United Kingdom and United States के पास नहीं है. इसीलिए पूरे विश्व मे कहीं न कहीं इसकी सदस्यता और गतिविधि पर सवाल उठ रहे हैं |
इसी विषय पर सवाल पूछे जाने पर भारत के विदेश मंत्री. एस जयशंकर ने कहा कि भारत को बहुत जल्द स्थाई सदस्यता मिल सकती है लेकिन अभी काफी मेहनत लगेगा.
जिसकी वज़ह ये है कि इसके स्थाई सदस्य Chaina, Russia federation, France, united kingdom and United States की मंजूरी लगेगी |
सदस्यता क्यों जरूरी
जब से यूक्रेन - रूस युद्ध. गाजा पट्टी, इसराईल, फ़िलिस्तीन युद्ध चालू हुआ है, तभी से UNSC पर ढेरों सवाल उठ रहे हैं क्योंकि यह वैश्विक शांति रखने का प्रयास नहीं कर रही है, जिसकी वज़ह कहीं न कहीं वैश्विक राजनीतिकरण और आपसी देशों का फायदा दिखता है.
लेकिन वहीं भारत युद्ध को शांत करने मे, और दक्षिण के देशों मे आपसी सुलझ - समझौते करा रही है और पूरे विश्व मे एक शांतिदूत का फर्ज अदा कर रहा है,
जिसके लिए सदस्यता कई मायने मे भारत को ज्यादा प्रभावशील बनाएंगी |
वर्तमान मे कितने सदस्य
UNSC को बने लगभग 80 साल हो चुके है लेकिन अभी भी उसके सिर्फ 5 स्थाई सदस्य और 50 अस्थाई सदस्य है जो बढ़कर अब 193 हो चुके है |
लेकिन अब भारत के साथ साथ कई देश चाहते है कि सदस्यता
बढ़ाई जाए
भारत की मांग UNSC 2.0
एस जयशंकर ने कहा कि भारत यह चाहता है कि UNSC मे बदलाव हो
6 स्थाई और 5 अस्थाई सदस्यता बढ़ाई जाए जिससे अफ़्रीका जैसे बड़े देशों को बराबरी का मौका मिले |
भारत दुनिया का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश है जिससे हमे भी प्रतिनिधित्व करने का मौका मिले.
सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि 21 वी सदी मे बदलाव की जरूरत है जहा security, creditability, capability और global peace बनी रहे |
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